रसायन विज्ञान परिभाषा –
रसायनशास्त्र विज्ञान की वह शाखा है जिसमें पदार्थों के संघटन, संरचना, गुणों और रासायनिक प्रतिक्रिया के दौरान इनमें हुए परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है। इसका शाब्दिक विन्यास रस + अयन है जिसका शाब्दिक अर्थ द्रवों का अध्ययन है। यह एक भौतिक विज्ञान है जिसमें पदार्थों के परमाणुओं, अणुओं, क्रिस्टलों और रासायनिक प्रक्रिया के दौरान मुक्त हुए या प्रयुक्त हुए ऊर्जा का अध्ययन किया जाता है।
पदार्थ की संघटन एवं संरचना
पदार्थ की बनावट संघटन एवं संरचना से उच्चारित होता है ! पदार्थ को दो भागों में विभाजित किया गया है –
- शुद्ध पदार्थ
- अशुद्ध पदार्थ
शुद्ध पदार्थ, जिसमें एक प्रकार के पदार्थ होते हैं और इसे दो भागों में विभाजित किया गया है –
- तत्व
- यौगिक
तत्व के सबसे छोटे भाग को परमाणु यानि एटम कहा जाता है, अणु के अदंर में इलेक्ट्रॉन,प्रोटॉन, और न्यूटॉन होता है !
यौगिक के सबसे छोटे भाग को अणु कहते हैं जो परमाणु से बना होता है ! अशुद्ध पदार्थ जिसमें अनेक प्रकार के पदार्थ होते हैं और इसे दो भागों में विभाजित किया गया है –
- विजातीय मिश्रण
- सजातीय मिश्रण
विजातीय मिश्रण जैसे, पानी में पत्थर जो पूरी तरह घुलनशील नही होता है !
सजातीय मिश्रण जैसे, नमक में पानी जो पूरी तरह घुलनशील होता है !
पदार्थ के गुण
पदार्थ के गुणों को दो भागों में विभाजित किया गया है –
- भौतिक गुण
- रासायनिक गुण
भौतिक गुण
भौतिक गुण वह है जो पदार्थ की रासायनिक प्रकृति को बदलने के बिना देखा जा सकता है। भौतिक गुणों के कुछ उदाहरण हैं – जैसे रंग, घनत्व, मात्रा |
रासायनिक गुण
रासायनिक गुण वह है जो पदार्थ की रासायनिक प्रकृति को बदलते देखा जा सकता है। रासायनिक गुणों के उदाहरण दिए गए हैं जैसे, दहन की हीट ऊर्जा है जब एक यौगिक ऑक्सीजन के साथ पूर्ण दहन से गुजरता है।
पदार्थ के रासायनिक प्रतिक्रिया
रासायनिक प्रतिक्रिया, एक प्रक्रिया जिसमें एक या अधिक पदार्थ जिसे रिएक्टेंट कहते हैं और एक या एक से अधिक विभिन्न पदार्थों में परिवर्तित होते हैं, उत्पाद या प्रोडक्ट कहते हैं । पदार्थ या रासायनिक तत्व या यौगिक जो दूसरे पदार्थ या रासायनिक तत्व या यौगिक प्रतिक्रिया करता है, उसे पदार्थ के रासायनिक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जाता है !
पदार्थ के संघटन एवं संरचना, गुणों एवं रासायनिक प्रतिक्रिया की अध्यन को रसायन विज्ञान कहा जाता है ! अस्तित्व में सब कुछ पदार्थ से बना होता है – यहां तक कि पृथ्वी, हवा, पानी से लेकर हमारे अपने शरीर भी पदार्थ है !