भौतिकी क्या है ?
Physics शब्द का उदय, ग्रीक भाषा physics से हुआ था जिसका अर्थ प्रकृति होता है ! Physics की प्राचीन परिभाषा, भौतिक विज्ञान विज्ञान की वह शाखा है जिसमें प्रकृति एवं उसके दर्शनों का अध्ययन किया जाता है! लेकिन Physics की आधुनिक परिभाषा में, पदार्थ व ऊर्जा और उनके बीच पारस्परिक संबंधों के अध्ययन को Physics कहा जाता है !
फिजिक्स की परिभाषा से दो शब्द निकलते है –
- पदार्थ
- ऊर्जा
भौतिक विज्ञान का अर्थ
पदार्थ क्या है ?
पदार्थ उस वस्तु को कहा जाता है जिसमें भार हो और क्षेत्र को घेरे, उसे पदार्थ कहा जाता है इसका मतलब यह हुआ कि पृथ्वी से लेकर धूल मिट्टी तक सभी पदार्थ हैं ! जिस किसी भी चीज़ में भार नहीं होगा उसे पदार्थ नहीं कहा जा सकता है ! पदार्थ को ना तो बनाया जा सकता है ना ही किसी प्रकार से बेकार किया जा सकता है, इसे सिर्फ एक अवस्था से दूसरी अवस्था में बदली जा सकती है !
ऊर्जा क्या है ?
कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं, ऊर्जा के बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है ! ऊर्जा को ना तो उत्पन्न किया जा सकता है ना ही नष्ट किया जा सकता है इसे सिर्फ एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है !
पदार्थ और ऊर्जा में संबंध
न्यूटन और आइंस्टाइन को भौतिकी का जनक माना जाता है, बल और विस्थापन के गुणन को कार्य या ऊर्जा कहते हैं ! किसी भी वस्तु में बल लगाया जाए और उसका विस्थापन हो जाए तो कहा जाता है कि उर्जा के कारण इसमें गति हो रही है, इस ज्ञान को न्यूटन ने अपने गति नियम में समझाया है ! E=mc2 में, आइंस्टाइन ने साफ तौर पर बताया है पदार्थ, ऊर्जा में कैसे परिवर्तित होता है ! भौतिकी के दोनों जनकों के सिद्धांत से साफ पता चलता है कि पदार्थ और ऊर्जा में संबंध हैं ! आज के समय जो Physics हम पढ़ते हैं उसमें हमें पदार्थ और ऊर्जा का अध्ययन करना होता है!
यांत्रिक, ध्वनि, हिट ,विद्युत और लाइट ऊर्जा आदि की उत्पत्ति पदार्थ से होती है ! ऊर्जा उत्पत्ति से लेकर उपयोग की फिलॉस्फी को भौतिक शास्त्र में अध्ययन किया जाता है ! भौतिक विज्ञान को आज शास्त्रीय भौतिकी और आधुनिक भौतिकी में बांटा गया है !
शास्त्रीय भौतिकी
न्यूटोनियन यांत्रिकी, ऊष्मप्रवैगिकी, और मैक्सवेल की विद्युत चुम्बकीयता के सिद्धांत शास्त्रीय भौतिकी के सभी उदाहरण हैं। शरीर और बलों के शास्त्रीय भौतिकी में, विशेष रूप से न्यूटन के गति के नियमों और उन पर आधारित यांत्रिकी के सिद्धांतों को दर्शाता है।
आधुनिक भौतिकी
आधुनिक भौतिकी के पिता अल्बर्ट आइंस्टीन एक 20 वीं सदी के वैज्ञानिक थे जो आधुनिक भौतिकी में कुछ महत्वपूर्ण विचारों जैसे कि सापेक्षता के सिद्धांत और प्रसिद्ध समीकरण E=mc2 के साथ आए थे। “आधुनिक” भौतिक विज्ञान का अर्थ है बीसवीं शताब्दी के शुरुआती दो प्रमुख सफलताओं के आधार पर भौतिकी: सापेक्षता और क्वांटम यांत्रिकी।