चुम्बकीय पदार्थों का चुनाव
(selection of Magnetic Materials)

 

( a ) स्थायी चुम्बक ( Permanent Magnet ) – स्टील का प्रयोग स्थायी चुम्बक बनाने में किया जाता है । स्थाची चुम्बक बनाने के लिए सामान्यतया स्टील का उपयोग किया जाता है । इसका अवशेषी चुम्बकत्व हुआ होता है ( धारणशीलता ) उच्च होता है । इसके विचुम्बकत्व का मान उच्च होता है अर्थात् शैथिल्य वक्र फैला ( चित्र 27 ) यद्यपि स्टील के शैथिल्य वक्र का क्षेत्रफल अधिक होता है , फिर भी स्थायी चुम्बकों में चुम्बकत्व की धारिता के कारण इसका विशेष महत्त्व नहीं होता है तथा इसे चुम्बकत्व के चक्रों की आवश्यकता नहीं होती है । स्थायी चुम्बक बनाने के लिए निम्न मिश्र धातुओं का उपयोग किया जाता है-

(i) कोबाल्ट स्टील इसमें कोबाल्ट , टंगस्टन , कार्बन तथा लोहा होते हैं ।
(ii) एलनिको इसमें ऐलुमिनियम , निकिल , कोबाल्ट , कॉपर तथा लोहा होते हैं । यह भंगुर होता है ।

( b ) वैद्युत चुम्बक ( Electromagnets ) — वैद्युत चुम्बक आधारभूत रूप से लौह क्रोड पर लपेटे गए कुचालक तार के फेरे वाली कुण्डली होती है । जब तार द्वारा धारा प्रवाह किया जाता है तो चुम्बकीय प्रभाव उत्पन्न होता है । किसी वैद्युत चुम्बक में कुण्डली को लौह चुम्बकीय पदार्थ की क्रोड के चारों ओर लपेटा जाता है जो चुम्बकीय ध्रुवों की भाँति व्यवहार करते हैं । वैद्युत चुम्बक के लिए नर्म लोहा सबसे उपयुक्त होता है । शैथिल्य लूप पतला तथा लम्बा होता है ( चित्र 27 ) । शैथिल्य वक्र के छोटे क्षेत्रफल के कारण , ऊर्जा हानि कम होती है । जनित्रों तथा मोटर की क्रोड को विशेष वैद्युत चुम्बक माना जा सकता है । इस प्रकार के पदार्थों की विशेष आवश्यकत लगभग न के बराबर शैथिल्य हानि के कारण है । वैद्युत चुम्बक सामान्यतया उत्थापक चुम्बकों , रिले , नियंत्रकों , परिपथ अवरोधों , वैद्युत वाल्व तथा मोटर के ब्रेक में काम आते हैं । सिलिकॉन , लोहा तथा म्यूमैटल का उपयोग भी ट्रांसफार्मर की क्रोड बनाने में किया जाता है । इस प्रकार के पदार्थों की विशेष आवश्यकता लगभग न के बराबर शैथिल्य हानि के कारण है । टाइकोनल ( Ticonal ) इसमें टिन , कोबाल्ट , निकिल तथा ऐलुमिनियम होता है । स्थायी । चुम्बक , लौह चुम्बकीय पदार्थों को जैसे लोहे की छड़ को एक चुम्बक से एक विशेष प्रकार से रगड़कर बनाया जा सकता है । स्थायी चुम्बक एक धारायुक्त परिनालिका में एक कठोर लोहचुम्बकीय छड़ को रखकर भी बनाया जा सकता है । स्थायी चुम्बक बनाने के पदार्थ में निम्न प्रगुण होने चाहिए 

( i ) उच्च पारगम्यता
( ii ) उच्च निग्राहिकता
( iii ) उच्च धारण क्षमता